इस सप्ताह के अंत तक तख्तापलट की सोशल मीडिया पर अफवाहों को लेकर राष्ट्रपति शी जिनपिंग को हंसी ही आएगी. शीर्ष अधिकारियों और कारोबारियों को शी द्वारा जेल में डाला जाना व्यवस्था की पीठ में छुरा घोंपने जैसा है. चीन के लोग ट्विटर पर नहीं हैं, लेकिन उन्हें ये सवाल पूछने चाहिए.