अमेरिका, रूस कोविड वैक्सीन को लेकर पेटेंट से छूट दिए जाने का समर्थन कर रहे हैं और यूरोपीय संघ व न्यूजीलैंड का इस मामले में चर्चा के लिए तैयार होना बड़ी प्रोग्रेस है. लेकिन डब्ल्यूटीओ की वार्ताओं को और आगे नहीं खींच सकते. यह एक और व्यापार सौदा नहीं है. लाखों जिंदगियां खतरे में हैं. भारत को आपूर्ति का विस्तार करने के लिए अपने कोवैक्सीन फॉर्मूले को अन्य घरेलू व ग्लोबल निर्माताओंके साथ साझा करना चाहिए.