भारत WTO के फैसले के खिलाफ यह कहते हुए अपील कर सकता है कि वह कुछ वस्तुओं पर टैरिफ समझौतों का उल्लंघन कर रहा है. हालांकि, मुख्य मुद्दा यह है कि भारत को अंतर्राष्ट्रीय टैरिफ शेड्यूल में त्रुटियों को नोटिस करने में तीन साल लग गए, जिसके कारण विवाद हुआ. इस तरह की अंतरराष्ट्रीय दृश्यता के मुद्दे पर विचार करते हुए यह देरी स्पष्ट रूप से शर्मनाक है.