उच्च शिक्षा के लिए ज्यादा से ज्यादा महिलाओं का इनरॉलमेंट, खासकर कॉमर्स स्ट्रीम में उनके बढ़ते कदम जेंडर गैप को घटाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है. अब अगली बारी लॉ और इंजीनियरिंग की है. हमारी न्यायपालिका और तकनीक आधारित क्षेत्रों का भविष्य और महिलाओं के आगे आने पर टिका है. एक बार ऐसा हो जाए तो फिर हम जेंडर डिबेट को आगे बढ़ा सकते हैं और भेदभावरहित प्रतिनिधित्व की दिशा में भी कदम बढ़ा सकते हैं.
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टीकों पर यू-टर्न लेने के बाद रामदेव को साक्ष्य-आधारित दवा पर बार-बार भरोसा जताना चाहिए
कोविड वैक्सीन और डॉक्टरों पर बाबा रामदेव का यू-टर्न उनके टेढ़े-मेढ़े आसनों की तरह है. यह एक महामारी के बीच आधुनिक चिकित्सा के खिलाफ घातक भ्रामक सूचनाएं फैलाने के महीनों के बाद देर आए दुरुस्त आए वाला मामला है. उन्हें अब बार-बार साक्ष्य-आधारित चिकित्सा के प्रति भरोसा होने पर जोर देना चाहिए. क्योंकि एक बार ऐसा कुछ कहना पूर्व में उनके बयानों से बनी स्थिति को सुधारने के लिए काफी नहीं है.