गैंगस्टर विकास दुबे की यूपी पुलिस द्वारा की गई ‘एनकाउंटर हत्या’ में सब कुछ ‘फेक’ दिख रहा है, खासकर सीएम योगी आदित्यनाथ की सरकार का पिछला रिकॉर्ड देखते हुए. यह कानून और न्यायपालिका के शासन के लिए सम्मान की कमी को दिखाता है. अगर नहीं तो मोस्ट-वांटिड अपराधी को ले जाने में अक्षमता को दिखाता है. दोनों ही रूप में यह अपमानजनक है.
विकाश दुबे एक बहुत ही बड़ा अपराधी था जिसके पास राजनीतिक दलों का समर्थन भी था जिसके कारण वह पुलिस पर दबाव बनाने में कामयाब होता था इसलिए उसका अंकाउटर होना बहुत ही आवश्यक था क्योंकि यदि इस अपराधी को अगर कोर्ट में भेजा जाता तो वह वकीलों की लाइन लगा देता और जमानत पर फिर घूमता और इसी तरह वह अत्याचार करता रहता योगी आदित्यनाथ जी ने बहुत ही अच्छा काम किया है