त्रिपुरा हिंसा पर दिप्रिंट की जांच रिपोर्ट से पता चलता है कि मस्जिदों और दुकानों में तोड़फोड़ और लूटपाट की गई. गृह मंत्रालय ने इससे इनकार किया है लेकिन ये स्पष्ट है कि सांप्रदायिक शांति को नुकसान पहुंचा है. गिरफ्तार किए गए 22 लोगों में आगजनी करने वालों और लुटेरों के नाम होने चाहिए और उन्हें जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए.