जैसा कि रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने पश्चिमी प्रतिबंधों का विरोध करने के लिए भारत की पैरवी की, लंदन और वाशिंगटन के दूतों ने दिल्ली को मॉस्को के साथ संबंध कम करने के लिए कहा. दिल्ली को महाशक्ति विवाद में उलझे बिना अपने हितों पर जोर देना चाहिए. किसी और की गोलाबारी के बीच में खड़े होने से कोई प्राइज़ नहीं मिलता है.