नेताओं ने दुर्योधन, दुशासन, बजरंगबली, अर्जुन, औरंगज़ेब और हिटलर कह कर अपने प्रतिद्वंदियों पर जो हमले कर रहे हैं- वो मज़ेदार होता अगर चुनाव गंभीर धंधा न होता. मोदी के पांच साल के शासन में अच्छे दिन आने वाले थे. लेकिन वो तो हुआ नहीं, भारत अंधकार युग में चला गया है. ये सड़कछाप प्रचार भारतीय लोकतंत्र को बचकाना बना रहा है.