जैसे-जैसे जलवायु परिवर्तन का ख़तरा गहराता जा रहा है, हाल ही में हिमनद झील के फटने से आई बाढ़ जैसी घटनाएं, जो सिक्किम में मौत और तबाही का कारण बनीं, लगातार हो रही हैं. यह हिमालय क्षेत्रों में में प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली स्थापित करने की तात्कालिकता को रेखांकित करता है. सरकार को अब ऐसी चेतावनी को नज़रअंदाज़ नहीं करना चाहिए.
होम50 शब्दों में मतसिक्किम की बाढ़ से पता चलता है कि हिमालय क्षेत्र को अर्ली वॉर्निंग सिस्टम की जरूरत, सरकार इसे नजरअंदाज न करें
