शिवसेना का बीजेपी को अधिक सीटें देना उसकी महाराष्ट्र चुनाव में दूसरे नंबर या असिस्टेंट की भूमिका में होने पर सहमति को दिखाता है. यह एक नई शुरुआत का प्रतीक है, जहां बजेपी के सहयोगियों को अब उसके प्रभुत्व या जोखिम को स्वीकार करना होगा. लेकिन एक पार्टी की श्रेष्ठता का जोखिम संघीय राजनीति को नुकसान पहुंचाने वाला है और यह विविध लोकतंत्र के लिए आदर्श स्थिति नहीं है.