40 दिनों में सुनवाई करके अयोध्या मामले में सभी दलीलों को सुरक्षित रखने के लिए सुप्रीम कोर्ट को बधाई दी जानी चाहिए. यह प्रशंसनीय है कि कैसे इस अफसोसजनक विवाद में मुकदमेबाजों ने रक्तपात की बजाय न्यायिक समाधान में विश्वास को दोहराया है. इससे न केवल कानूनी मामला समाप्त होना चाहिए बल्कि राजनीतिक और सामाजिक विभाजन को ख़त्म करने में भी मदद की उम्मीद है.