मणिपुर में हत्याएं, आगजनी और तोड-फोड़ जारी है, बावजूद सरकार स्कूलों और कार्यालयों को फिर से खोलकर यह दिखाने के प्रयास में है कि स्थिति सामान्य हो रही है. सरकार को दिखाने के बजाय यह सुनिश्चित करे कि लूटे गए हथियारों वापस हों और हिंसक जातीय समूहों को शांत करे. कॉस्टमेटिक उपाय असहायता का संकेत देते हैं, न कि समाधान का.