आरबीआई की हेल्थकेयर क्षेत्र को विशेष धनराशि की पेशकश करने और छोटे व्यवसायों के लिए ऋण राहत देने की पहल की सराहना की जानी चाहिए. लेकिन यह केवल एक छोटी शुरुआत मात्र ही है. दूसरी लहर के बीच जब आर्थिक गतिविधियों की गुंजाइश कम है राहत देने के लिए ऐसे और मौद्रिक कदम उठाने की जरूरत पड़ेगी.