खुदरा महंगाई 18 महीने से निचले स्तर पर और थोक महंगाई में कम, निश्चित रूप से भारत के लिए अच्छी खबर है, खासतौर जब वैश्विक महंगाई ऊंची बनी हुई है. इसका मतलब है कि आरबीआई की दरों में कटौती जल्दी देखने को मिल सकती है. सरकारी बॉन्ड से बढ़ा रहा मुनाफा इसे और सुखद बनाने वाला है. यह अच्छी चीजों का एक दुर्लभ मेल है.