यह कहना एक धारणा होगी कि भारतीय राजनीति पोलराइज्ड हुई है और बिखरी है. अमेरिका में राहुल गांधी की रूस पर टिप्पणी दिखाती है कि भारत की विदेश नीति को लेकर मत एक हैं. उन्होंने ईमानदारी से माना कि कांग्रेस की सरकार होती तो वह भी वही करती. एक जिम्मेदार विपक्ष के नेता के तौर पर उनका कद बढ़ रहा है.