यूपीए सरकार द्वारा जलीकट्टू बैन करने के दशक भर बाद उसी खेल में राहुल गांधी की उपस्थिति कांग्रेस की निराशा और हिपोक्रेसी को दिखाता है. इसे सामने लाकर भाजपा सही कर रही है. लेकिन सभी पार्टियां जानवरों के अधिकारों और संस्कृति के बीच विवाद के राजनीतिकरण की दोषी है. नेताओं को किसी भी पक्ष को चुनने से पहले अदालत के फैसले का इंतजार करना चाहिए.