देश की आर्थिक वृद्धि दर चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में 4.7 फीसदी रही है. यह दर्शाता है कि आर्थिक मंदी से स्थिति और खराब हो गयी है. अर्थव्यवस्था में सुधार की बात असामयिक है. कोरोना वायरस के कारण आर्थिक गतिविधि में और व्यवधान पैदा करने और विश्व स्तर पर आपूर्ति में बाधा उत्पन्न होने की संभावना है. आर्थिक सुधार धीमा और संभवतः अधिक कठिन होगा.
तीसरी तिमाही का जीडीपी ग्रोथ दर्शाता है कि मंदी और बढ़ गयी है
दिप्रिंट का महत्वपूर्ण मामलों पर सबसे तेज नज़रिया.
Text Size:
share & View comments
