नेपाल के प्रधानमंत्री प्रचंड की बहुप्रचारित चीन यात्रा और इसको लेकर आने वाले बयानों से पता चलता है कि बीजिंग भारत के उन पड़ोसियों को लुभाने में लगा हुआ है, जिनके साथ उसकी सीमा लगती है. यह कोई आश्चर्य नहीं है. लेकिन चूंकि प्रचंड ने पिछले साल दो बार भारत का दौरा किया है, लिहाजा नई दिल्ली को संतुष्टि के साथ बेखबर नहीं रहना चाहिए.