टीकाकरण और खाद्यान्न पर पीएम मोदी के भाषण में की गईं घोषणाएं स्वागत योग्य हैं. तीन मूल्य स्तरों वाली एक टीकाकरण नीति जहां केंद्र अपने लिए सबसे कम कीमत पर आधा उत्पादन सुरक्षित रखता है, कोई विकेंद्रीकरण नहीं था. बहाने और दूसरे को बलि का बकरा बनाने की उम्मीद राजनीति में की जाती है लेकिन सुधार की तारीफ ज़रूर होनी चाहिए.