तारीफ की ‘वैल्यू’ इस बात पर निर्भर करती है कि इसे कौन कर रहा है. तो, भारत की विदेश नीति के लिए पाकिस्तान के पीएम इमरान खान की शाबाशी चिंता का कारण है, संतुष्टि का नहीं. इमरान ने एक साथ पश्चिम, चीन और सऊदी अरब के साथ अपने रिश्तों को कमजोर किया है. पीठ थपथपाए बिना भी भारत ऐसा कर सकता है.
यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि SC रिपोर्ट लेकर बैठा रहा, ‘मूक’ बहुमत ने मोदी सरकार के कृषि कानूनों का समर्थन किया
निरस्त किए गए कृषि कानूनों पर सुप्रीम कोर्ट के पैनल की साल पुरानी रिपोर्ट, मेंबर द्वारा सार्वजनिक करना बहुत ज्यादा देरी है. मोदी सरकार के राजनीतिक नुकसान के डर को गलत और बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया गया. ‘मूक’ बहुमत ने उनका समर्थन किया था. यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि एससी रिपोर्ट लेकर बैठा रहा. समय पर आई न्यायिक प्रतिक्रिया इन कानूनों को बचा सकती थी.