पाकिस्तान के तहरीक-ए-तालिबान के साथ वार्ता के विफल होने से देश बढ़ती आतंकवादी हिंसा की तरफ बढ़ चला है. अफगानिस्तान के तालिबान शासन ने टीटीपी के पनाहगाहों पर नकेल कसने और जिहादियों को शर्तें तय करने के लिए मजबूर करने की पाकिस्तान की दलीलों को खारिज कर दिया. इस्लामाबाद आर्थिक और राजनीतिक संघर्ष में फंस गया है, टीटीपी को पता है कि समय उसके पक्ष में है.