कैलिफोर्निया स्टेट यूनिवर्सिटी की अपनी गैर-भेदभाव नीति में जाति को शामिल करने का कदम इस बात की स्वीकृति है कि विशेषाधिकार भारत की सीमाओं तक नहीं रुकता. इसका इस आधार पर विरोध करना कि यह केवल भारतीय-अमेरिकी फैकल्टी को टारगेट करेगा, जान-बूझकर जाति को लेकर अंधेपन को दिखाता है. खास तौर पर इसलिए कि वे विविधता पर अमेरिकी अफरमेटिव एक्शन (सकारात्मक कार्रवाई) नीतियों का फायदा उठाते हैं.