बिहार में एनडीए सरकार का पतन नीतीश कुमार की अवसरवादी राजनीति के बारे में उतना ही है जितना कि भाजपा के सहयोगियों के अस्तित्व की प्रवृत्ति के बारे में है. 2014 के बाद से दो दर्जन सहयोगियों का साथ छोड़ना भाजपा की गठबंधन सहयोगी के रूप कमी दर्शाती है. लेकिन परस्पर विरोधी राजनीतिक हितों का एक और सत्ता-केंद्रित गठबंधन बिहार में राजनीतिक स्थिरता की कोई गारंटी नहीं है.