नूपुर शर्मा के बयानों की उनकी पार्टी सहित व्यापक निंदा हुई है. SC ने भी जोरदार फटकार लगाई है. लेकिन उसे एक ही जगह पर कई एफआईआर दर्ज करने के अधिकार से वंचित करना अनुचित है. शीर्ष अदालत को गुस्से में काम नहीं करना चाहिए. चित्रकार एमएफ हुसैन को क्लब किए जाने के खिलाफ एफआईआर की एक मिसाल है.
होम50 शब्दों में मतनूपुर शर्मा के FIRs को एक साथ करने से इनकार करना सही नहीं, SC को गुस्से में काम नहीं करना चाहिए
