भारत पुरुषों के हॉकी विश्व कप में एक कमजोर टीम के खिलाफ दो गोल की बढ़त गंवाने वाली एकलौती टीम नहीं है, लेकिन न्यूजीलैंड से पेनाल्टी शूटआउट में मिली हार दबाव में अनुभवहीनता को दर्शाती है. बंद दरवाजों के पीछे हाई परफॉर्मेंस प्रोग्राम की कमी है. पूर्ण घरेलू लीग समय की मांग है.