छह साल की उम्र तक कोई किताब नहीं बल्कि खिलौनों, खेलों, कहानियों का उपयोग किया जाएगा- नेशनल करिकुलम फ्रेमवर्क फॉर फाउंडेशनल स्टेज ने सीखने पर ध्यान केंद्रित करके सही चुनाव किया है. लेकिन यह बदलाव आसान नहीं होगा. शिक्षकों को अलग तरीके से पढ़ाना सीखना होगा. माता-पिता को सीखने की तुलना अंकों से करना बंद करना होगा.