अंतहीन केंद्र-बंगाल, भाजपा-टीएमसी, मोदी-ममता के बीच का टकराव बदतर होता जा रहा है जो कि सहकारी संघवाद के स्तर को नीचे लेकर जा रहा है. स्वतंत्र भारत के सबसे बुरे संकट के दौर में केंद्र और राज्यों को एक साथ मिलकर काम करने की ज़रूरत है न कि ‘टॉम एंड जेरी’ की तरह एक-दूसरे से लड़ने की. भाजपा को यह स्वीकार करने की जरूरत है कि वह बंगाल चुनाव निष्पक्ष तरीके से हार गई.
होम50 शब्दों में मतमोदी-ममता की लड़ाई भारतीय संघवाद को नीचे ले जाने वाली है. BJP को चुनाव परिणाम स्वीकार करना चाहिए
