मोदी सरकार के हवाई किराए में कटौती का निर्णय, भले ही तीन महीने के लिए हो लेकिन ये प्रतिगामी है. विमानन क्षेत्र, अन्य सभी की तरह, लॉकडाउन के कारण प्रभावित हुआ है. एयरलाइंस को मांग, आपूर्ति और मूल्य निर्धारण की अनुमति दी जानी चाहिए. इस तरह के फैसले, जो लोकप्रिय हो सकते हैं, वे केवल एयरलाइंस को दिवालिया करेंगे.
बीजिंग का मोहरा बनकर नेपाल खुद को नुकसान पहुंचा रहा है
सीमा विवाद और कोरोनावायरस संकट को लेकर भारत के साथ तनाव बढ़ाकर नेपाल आगे बढ़ रहा है. इसके पीछे अदृश्य तौर पर चीन का हाथ स्पष्ट है. कोविड के दबाव में, बीजिंग अपनी पुरानी चाल चल रहा है. भारत उस रिश्ते को संभाल सकता है. लेकिन नेपाल मोहरा बनकर खुद को नुकसान पहुंचा रहा है.