मुफ्त अनाज, फ्यूल टैक्स और मॉनिटरी पॉलिसी पर फैसलों के जरिए आर्थिक बुद्धिमानी पर चुनावी राजनीति को प्राथमिकता दे रही मोदी सरकार परेशान कर रही है. महामारी से प्रभावित अर्थव्यवस्था अभी भी उबरने की कोशिश कर रही है. भू-राजनीतिक अनिश्चितताओं से उभरी वैश्विक समस्याएं, सुधार को और भी चुनौतीपूर्ण बना रही हैं. अर्थव्यवस्था को चुनावों पर प्राथमिकता देनी चाहिए.
अमित शाह की जम्मू-कश्मीर यात्रा का स्पष्ट संकेत है: कश्मीर में सिर्फ आवाज ही मायने नहीं रखती है
गृह मंत्री अमित शाह की जम्मू-कश्मीर यात्रा ने हाशिए के समुदायों को उजागर किया है और विधायी चुनावों से पहले एक शोषित राजनीति में जान फूंकने का काम किया है. गुज्जर और बकरवाल आदिवासियों के अलावा पहाड़ी-भाषियों के लिए आरक्षण के वादे – सभी को संतुष्ट नहीं करेंगे. संकेत साफ है सिर्फ घाटी की आवाज ही मायने नहीं रखती है.