उत्तर-पूर्व को लेकर भारतीय राजनीति की उदासीनता से मणिपुर में अलग-अलग जगहों पर जातीय हिंसा जारी है. इस लिहाज से गृहमंत्री अमित शाह का मजबूती से शांति का आह्वान स्वागत योग्य है. वह यह सुनिश्चित करें कि मणिपुर में जातीय विभाजन की आग भड़काने वाले दोनों तरफ के लोग उनके संदेश पर ध्यान दें.