मणिपाल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के शिक्षक द्वारा कट्टरता और इस्लामोफोबिक नजरिया दिखाना शर्मनाक है. मुस्लिम विद्यार्थी का विरोध जताना साहसिक और दुर्लभ घटना है क्योंकि भारतीय क्लासरूम में हमेशा शिक्षक मजबूत होता है. क्लासरूम और प्लेग्राउंड दो ऐसी जगहें हैं जहां धार्मिक विभाजन कम होनी चाहिए न कि मजबूत.