ममता बनर्जी और प्रशांत किशोर की कांग्रेस और राहुल गांधी पर उनकी निष्क्रियता के लिए मज़ाक बनाना विपक्षी खेमे बांटता है, खासकर तब जब उसे एकजुट होने की ज़रूरत है. एक वैकल्पिक विपक्ष बनाने की कोशिश कांग्रेस को गुस्सा दिला सकती है लेकिन उनके तर्क सही हैंः न ही कांग्रेस की लीडरशिप और न ही विपक्ष का नेतृत्व किसी का दैवीय अधिकार नहीं है.
होम50 शब्दों में मतममता और प्रशांत किशोर का कांग्रेस का मज़ाक बनाना ठीक है, लेकिन यह विपक्षियों को बांटता है
ममता और प्रशांत किशोर का कांग्रेस का मज़ाक बनाना ठीक है, लेकिन यह विपक्षियों को बांटता है
दिप्रिंट का 50 शब्दों में सबसे तेज़ नज़रिया.
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