जब मित्र देश के विदेशी मिशन ही ऑक्सीजन और दवाईयों का स्टॉक करना शुरू कर दें तो ये कोविड संकट को संभालने में हमारी क्षमता के प्रति अविश्वास को दिखाता है. भारत के सम्मान के लिए लड़ाई ट्विटर पर तय नहीं होगी. हमें इसके बजाए मिलकर काम करने की जरूरत है. एयरब्रशिंग शायद छवि को बेहतर बना दे लेकिन ये हकीकत को नहीं बदल सकता.
होम50 शब्दों में मतभारत की क्षमता को लेकर अविश्वास साफ नज़र आ रहा है, एयरब्रश कर हकीकत को नहीं बदला जा सकता
