42 महीने बाद लालू यादव की बिहार वापसी से राजनीति दिलचस्प होने वाली है. 2015 के बाद हुई लालू की चुनावी रैली में नजर आई भीड़ का उत्साह, उनकी लोकप्रियता को दिखाती है. सत्तारूढ़ एनडीए में उपचुनाव के बाद भगदड़ मचने की लालू ने दिप्रिंट को दिए इंटरव्यू में जो भविष्यवाणी की है, उससे पता चलता है कि जमानत पर उनके दिन महत्वपूर्ण होने वाले हैं.