कर्नाटक के हिजाब विरोधी प्रदर्शन में शामिल बजरंग दल कार्यकर्ता की हत्या निंदनीय है और सांप्रदायिक माहौल और बिगाड़ती है. अपराध का राजनीतिकरण भी खतरनाक है, जबकि पुलिस अभी मोटिव की जांच ही कर रही है. बोम्मई सरकार के लिए जरूरी है कि इन लपटों को फैलने से पहले तेजी से बुझाए.