ओणम और बकरीद के त्योहारों में ढील देकर- केरल में कम्युनिस्ट सरकार जोखिम भरे रास्ते पर चल रही है. यह सच है कि उनकी स्वास्थ्य प्रणाली भारत के सर्वश्रेष्ठ में से एक है और इस समय तक वो चरमराई नहीं है. इसलिए वहां मृत्यु दर कम है. लेकिन अकेले केरल में भारत के दो तिहाई मामले आने पर भी संतुष्ट होकर बैठे रहना खतरनाक साबित हो सकता है.