कारगिल के 20 वर्ष उत्सव और आत्मनिरीक्षण दोनों का क्षण है. भारत उन हज़ारों सैनिकों का आभारी है जिन्होंने अपनी जान जोखिम में डाली और अप्रत्याशित जीत हासिल की. यह वह समय है जब हमें अपनी उन कमियों का निरीक्षण भी करना चाहिए जिन्होंने पाकिस्तानियों को घुसपैठ करने दिया और उन्हें स्थापित होने का मौका भी दिया. यह हमारे लिए बहुत बड़ी सीख भी है.
कारगिल सिर्फ जश्न मनाने का नहीं बल्कि अपनी विफलताओं पर विचार करने का समय
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