ज्योतिरादित्य सिंधिया के बाद जितिन प्रसाद का जाना दिखाता है कि महत्वाकांक्षी नेताओं के लिए कांग्रेस में कोई भविष्य नहीं है. गांधी परिवार द्वारा मौजूदा संकट का समाधान नहीं निकालना पार्टी में और भी निराशा बढ़ाएगा. प्रसाद यूपी में एक लोकप्रिय ब्राह्मण चेहरा हैं जिनसे भाजपा को फायदा मिलेगा खासकर आगामी चुनावों के मद्देनज़र.