अस्थिरता से तंग आकर, और अरब-यहूदी हिंसा से भयभीत, इजरायलियों ने रिश्वतखोरी और धोखाधड़ी के मुकदमे का सामना कर रहे एक प्रधानमंत्री को फिर से चुना है. बेंजामिन नेतन्याहू ने स्थिरता और सुरक्षा का वादा किया है. ऐसा करने के लिए उन्हें अपने चरम-दक्षिणपंथी गठबंधन सहयोगियों को अपने पक्ष में करना होगा. विफलता आंतरिक तनाव को बढ़ावा देगी, और अरब राज्यों के साथ इजरायल के रणनीतिक संबंधों को खतरे में डालेगी.
पराली जलाने को लेकर AAP जिम्मेदारी से भाग रही, जिस हवा में हम सांस लेते हैं वह राजनीतक फुटबॉल नहीं
पंजाब के किसानों द्वारा पराली जलाने के मामले में आम आदमी पार्टी छल कर रही, मुद्दे का सामना करने से बच रही है, माना, पंजाब की नई सरकार 6 महीने में इसे खत्म नहीं कर सकती थी, लेकिन इसमें 19% की वृद्धि क्या दिखाता है? AAP को ईमानदार होना चाहिए. हम जिस हवा में सांस लेते हैं वह राजनीतिक फुटबॉल नहीं है.