भारत के ‘मेट्रो मैन’ ई श्रीधरन का 88 साल की उम्र में भी राजनीति में उतरने की इच्छा सराहनीय है. ये उनकी स्पिरिट और सेवा करने की भावना को दिखाता है. उनके आने से शायद ही केरल में भाजपा का भाग्य बदल पाए लेकिन वे अहम हैं और इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास में प्रधानमंत्री मोदी के राजनीतिक आख्यानों के बड़े प्रतीक हैं.