टोक्यो ओलंपिक में पुरुष और महिला हॉकी का उदय कोई संयोग की बात नहीं है. यह कुछ संस्था निर्माताओं, प्रशिक्षकों और निडर नई प्रतिभाओं द्वारा एक मरते हुए खेल को पुनर्जीवित करने के लिए एक दशक का अथक प्रयास है और इसे हासिल करने के लिए सब एक साथ आये. आईपीएल-शैली की पेशेवर लीगों को फिर से शुरू करना चाहिए. भारतीय क्रिकेट की तरह हॉकी को भी अंतरराष्ट्रीय स्तर खड़ा कर सकता है.