भारत की बहुआयामी गरीब आबादी में लगभग 10 प्रतिशत की कमी सराहनीय है. लेकिन अभी भी इसमें बहुत काम किया जाना बाकी है. प्रगति ‘जीवन स्तर’ के मेट्रिक्स पर हुई है, स्वास्थ्य और शिक्षा पर कम. लंबे समय से विलंबित उपभोग व्यय सर्वेक्षण जारी करने से भारत की गरीबी उन्मूलन नीतियों सबकी नजर भी जायेगी.