ताजा भारत-यूएस 2+2 वार्ता और समझौते नई दिल्ली का भू-रणनीतिक हिचकिचाहटों और पाखंडों को त्यागना स्वागतयोग्य संकेत हैं. रणनीतिक स्वायत्तता कोई मंत्र नहीं बल्कि एक विकसित हो रही अवधारणा है. देशों के बीच संबंध न केवल तब मजबूत होते हैं, जब उनके साझा हित हों, बल्कि जब कोई साझा खतरा हो.