भारत में मिले कोरोनावायरस के B.1.617 वैरिएंट को लेकर उठ रहे सवाल जायज हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन की चिंता कि ये अधिक संक्रामक हो सकता है, इसकी जांच होनी चाहिए. ये केवल अधिक सर्विलांस और सैंपल्स के सीक्वेंसिंग से ही हो सकता है. ये भारत के हित में है और उसे ये चिंता नहीं करनी चाहिए कि इसे ‘भारतीय वैरिएंट’ कहा जा रहा है.
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