किसान विरोध में दिल्ली का दरवाजा खटखटा रहा है. कोरोनावायरस का कहर जारी है. अर्थव्यवस्था मुसीबत में है. चीन की चुनौती खत्म होने का नाम ही नहीं ले रही. फिर भी मोदी सरकार की कैबिनेट के प्रमुख मंत्री एक म्युनिसिपल चुनाव में हैदराबाद में प्रचार में लगे है- वो भी हिंदू मुस्लिम ध्रुवीकरण के आधार पर. ये स्वार्थपूर्ण है, आत्मसंतुष्टिपूर्ण और मूर्खतापूर्ण है.
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