यह मनहूस कोरोनावायरस किसी के भगवान से प्यार नहीं करता . यह किसी के सामाजिक जीवन, शादी, अंतिम संस्कार या जश्न से भी अलग नहीं रहता है . यह किसी की विचारधारा या राजनीति का भी समर्थन नहीं करता है. यह भीड़ से प्यार करता है . किसान आंदोलन भी कुंभ, ईद की खरीदारी या शादी जितना कोरोना को फैलाने की क्षमता रखता है. नेताओं को इसे तुरंत निलंबित करना चाहिए.