फेसबुक अब मेटा नाम से जाना जाएगा लेकिन उसने अपने कामों में बदलाव नहीं किया है. विवाद के मामलों के बाद कंपनी का नाम या लोगो बदलना कोर्पोरेट की पुरानी तरकीब रही है. ये वैसा है जैसे सुबह उठने के बाद अपनी शक्ल ठीक न लगने की सूरत में शीशे पर क्रीम लगा देना. असलियत को ठीक करना चाहिए न कि इमेज को.