गैंगस्टर से नेता बने अतीक अहमद के बेटे असद को अपने अपराधों की तय प्रक्रिया से कीमत चुकानी चाहिए थी. माफिया राज को खत्म करने का यह सही तरीका नहीं है. अदालत का हस्तक्षेप न करना योगी प्रशासन की पुलिस को प्रोत्साहित कर रही है, खासकर सनसनीखेज मीडिया कवरेज ने एनकाउंटर को तमाशा बना दिया.