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Monday, 18 November, 2024
होम50 शब्दों में मतईद के भाषण से साफ नहीं कि तालिबान चीफ जिंदा है, पर जो भी अफगानिस्तान चला रहा वो शासन के लायक नहीं

ईद के भाषण से साफ नहीं कि तालिबान चीफ जिंदा है, पर जो भी अफगानिस्तान चला रहा वो शासन के लायक नहीं

दिप्रिंट का 50 शब्दों में सबसे तेज़ नज़रिया.

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कंधार में तालिबान प्रमुख हिबतुल्लाह अखुंदज़ादा का ईद भाषण – दर्शकों की ओर पीठ करके दिया गया, और कैमरों को दूर रखा गया – इस संदेह को पुष्ट करता है कि क्या बूढ़ा मौलवी जीवित है, और प्रभारी है. जवाब चाहे जो भी हो, बढ़ती हिंसा और आर्थिक अराजकता से पता चलता है कि जो कोई भी अफगानिस्तान चला रहा है वह शासन करने के योग्य नहीं है.

 

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