कंधार में तालिबान प्रमुख हिबतुल्लाह अखुंदज़ादा का ईद भाषण – दर्शकों की ओर पीठ करके दिया गया, और कैमरों को दूर रखा गया – इस संदेह को पुष्ट करता है कि क्या बूढ़ा मौलवी जीवित है, और प्रभारी है. जवाब चाहे जो भी हो, बढ़ती हिंसा और आर्थिक अराजकता से पता चलता है कि जो कोई भी अफगानिस्तान चला रहा है वह शासन करने के योग्य नहीं है.