चुनावों के समय पर टिप्पणी के लिए जम्मू कश्मीर के एलजी जीसी मुर्मू के खिलाफ चुनाव आयोग का ऐतराज तर्कहीन है. चुनाव आयोग अपने अधिकार के दायरे से बाहर जाकर संवैधानिक अधिकारी के मामले में हस्तक्षेप किया है. लोकतंत्र में चुनाव की संभावना के बारे में बात करना पूरी तरह से सामान्य है. चुनाव आयोग को ऐतराज जताने की की जरूरत नहीं है.